फतेहपुर (CNF) धेनु एग्रीकल्चर संस्थान नाम से चल रही चिटफंड कंपनी निवेशकों के करीब डेढ़ करोड़ रुपये लेकर फरार हो गई थी। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कंपनी के निदेशक समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दो सलाहकारों को गिरफ्तार किया है।
वर्ष 2012 में कंपनी ने बिंदकी कोतवाली के सामने काशी कांप्लेक्स में दफ्तर खोला था। बिंदकी के जाफराबाद गांव निवासी सोहन लाल, धनराज कुशवाहा व सोनू कंपनी में एडवाइजर के रूप में काम करने लगे। आरोप है कि तीनों ने गांव के अलावा पूरे क्षेत्र में लोगों से धन दोगुना करने का लालच देकर रुपये जमा कराए। वर्ष 2018 में कंपनी बिंदकी के दफ्तर में ताला बंद कर फरार हो गई। परेशान निवेशकों ने कंपनी के डायरेक्टर एके तिवारी निवासी कानपुर व बिंदकी के ब्रांच मैनेजर सरोज शुक्ला निवासी कानपुर से संपर्क किया। जमा धन वापस न मिलने पर जाफराबाद गांव के निवासी निवेशक गुलाब सिंह ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस का दरवाजा खटखटाया, मगर पुलिस ने टरका दिया। इस पर कोर्ट की शरण ली। कोतवाली प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कंपनी के तीनों एडवाइजर, डायरेक्टर व ब्रांच मैनेजर के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बना छल-कपट से रुपये जमा कराए जाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। दो एडवाइजर सोहन लाल व धनराज कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है।