भारत के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इन 5 राज्यों (पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी) में होने वाले चुनाव को लेकर राजनितिक पार्टियों मे मुकाबला भी जमकर होगा और सभी पार्टियां जीत दर्ज करने चुनावी मैदान में उतरेंगी। जानकारी के मुताबिक इन 5 राज्यों में से असम में भाजपा की सरकार है, साल 2016 में कांग्रेस को पटकनी देकर बीजेपी ने इस राज्य में जीत हासिल की थी और मुख्यमंत्री के तौर पर सर्बानंद सोनोवाल ने पद संभाला।
साल 2016 में जब असम विधानसभा चुनाव हुए तो पीएम मोदी के चुनावी रैली में एक ही नारा चलाया गया, ‘आपके जीवन में आनंद लाना है इसलिए असम में सर्बानंद लाना है’। भाजपा के उम्मीदवार की तरफ से उतरे सर्बानंद सोनोवाल असम के 14वें मुख्यमंत्री हैं। राजनीतिक शख्सियत के रूप में सोनोवाल साल 2012 और 2014 में लखीमपुर से दो बार असम बीजेपी के अध्यक्ष रहे। साल 2014 के आम चुनाव में सोनोवाल की राजनीतिक सूझबूझ से बीजेपी ने राज्य में काफी अच्छा प्रदर्शन किया और एक युवा नेता होने के कारण उन्होंने अपनी काबिलियत पेश करने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी।
राजनितिक अनुभव रखने वाले सोनोवाल असम गण परिषद के स्टूडेंट विंग ऑल असम स्टूडेंट यूनियन और नॉर्थ इस्ट स्टुडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष भी रह चुके है। राज्य में रहकर आंतरिक राजनितिक कर सोनोवाल ने सभी दलों के नेताओं में अपनी एक पहचान बनाई। आने वाले 2021 के विधानसभा चुनाव में सोनोवाल का यह राजनितिक अनुभव भाजपा को काफी फायदा पहुंचाएगा। केंद्र सरकार में खेल मंत्रालय का पद संभाल चुके सोनोवाल फुटबॉल और बैडमिंटन के खिलाड़ी है। 19 मई 2016 में भारतीय जनता पार्टी से असम के अध्यक्ष बने सोनोवाल को एक अच्छा वक्ता भी माना जाता है। अपने भाषणों से सबको प्रेरित करने वाले सोनोवाल के खुद गृह मंत्री अमित शाह प्रशंसक रह चुके हैं।