प्यार अगर किसी लालच, जोश या समझौते के अधीन होकर किया जाए तो वह प्यार नहीं होता है। कुछ लोग प्यार का नाम देकर रिश्ते बना लेते हैं फिर कुछ दिन एंजोय करते है और बाद में एक-दूसरे से ऊब जाते है और धोखेबाजी करने लगते या फिर तलाक का रास्ता अपनाते हैं। यहां तक तो चीजें बर्दाश्त होती है क्योंकि आजकल महौल ही ऐसा बन गया है लेकिन अगर अलग न होकर किसी को खुद से दूसर करने के लिए टॉर्चर करना या जान से मारने की कोशिश की जाती है तो यह एक अपराध है। लव मैरिज करने वाले कपल की एक ऐसी ही कहानी हरियाणा के पानीपत से सामने आयी है जहां एक पति ने अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए उसे जान से मारने की कोशिश की हैं।

पूरा मामला

शादी जैसे रिश्ते को कलंकित करते हुए हरियाणा के पानीपत में रहने वाले नीरज ने अपनी पत्नी को मारने की कोशिश की है। पानीपत की न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाली एक लड़की ने विकास नगर के रहने वाले नीरज से लव मैरिज (Panipat Love Marriage) की थी। नीरज उच्च जाति का था और लड़की की लड़के के बराबर कास्ट न होने के कारण परिवार वालों ने लड़की को अपनाने से मना कर दिया। नीरज की यह दूसरी शादी थी। परिवार ने दोनों को अपने साथ रखने से मना कर दिया था जिसके बाद नीरज अपनी पत्नी के साथ अलग रहने लगा। कुछ समय तो दोनों के बीच सब कुछ ठीकठाक चलता रहा लेकिन बाद में दोनों के बीच झगड़े होने लगे। लड़का लगातार अपने परिवार वालों से मिल रहा था। परिवार वालों के साथ मिलकर लड़की को अलग-अलग तरीके से परेशान करने की कोशिश की जाती रही। नीरज ने लड़की को उसकी जाति को लेकर भी कई बार गालियां दी।

फिर एक दिन हुई सारी हदें पार

दोनों के बीच हो रही लगातार लड़ाई एक दिन अपनी चरम पर आ गयी। नीरज ने उस दिन सारे हदें पार कर दी और लड़की को नशा करवाकर उससे सुसाइड नोट लिखवाया और उसे बुरी तरह से पीटकर घर के अंदर फांसी का फंदा बनाकर उसपर टांग दिया। नीरज मौके से फरार हो गया लेकिन उसकी बच्ची ने पूरी वारदात को अपनी आंखों से देखा और लड़की के मायके फोन करके घरवालों को बुलाया। लड़की को घरवालों ने फंदे से उतार कर अस्पताल पहुंचाया जहां 15 दिन जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद लड़की की जान तो बच गयी लकिन अब वह चलने फिरने की हालत में नहीं बची हैं।

पीड़िता की जान बची लेकिन अब वह चल नहीं सकती

पीड़िता के मुताबिक नीरज ने अपनी मुझे फांसी पर लटका दिया और फरार हो गया। परिजनों ने देखा तो लड़की (ममता) को नीचे उतारकर इलाज के लिए अस्पताल ले गए। चांदनी बाग थाना प्रभारी मनजीत सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आईपीसी की धारा 307 और 328 के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। वहीं ममता का इलाज कर रहे डॉ. गौरव श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि भले ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत बेहद गंभीर है और उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है. स्थिति में अब सुधार हो रहा है।

327530cookie-checkलव मैरिज का दर्दनाक अंत! लड़के ने प्यार में फंसाया, फिर लड़की से सुसाइड नोट लिखवार फांसी के फंदे से टांग दिया
Please follow and like us:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
For Query Call Now