किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए एक बार फिर से गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती कर दी गई है। इसके अलावा प्रदर्शन स्थलों के पास इंटरनेट सेवा पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर को ट्रैफिक की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। आवागमन के लिए लोगों को आनंद विहार, चिल्ला, डीएनडी, अप्सरा, भोपरा कॉलोनी सीमाओं से वैकल्पिक मार्ग लेने की सलाह दी गई है।प्रदर्शनकारियों की गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस की निगरानी में मजदूरों ने सिंघू बॉर्डर पर मुख्य राजमार्ग के किनारे सीमेंट के अवरोधकों की दो कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगा दी हैं। दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग के एक अन्य हिस्से पर सीमेंट की अस्थायी दीवार बनाने से वह हिस्सा भी आंशिक रूप से बाधित हो गया है। दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए बहुस्तरीय अवरोधक लगाए गए हैं। पैदल यात्रियों को मार्ग से दूर रखने के लिए कंटीली तारें लगायी गयी हैं। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सदस्यों और उसके नेता राकेश टिकैत के गाजीपुर के यूपी गेट पर डटे रहने के कारण वहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा बढ़ रहा है। भाकियू के कार्यकर्ता पिछले साल नवंबर से ही वहां डटे हुए हैं।