नई दिल्ली(CNF)/ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने राफेल जेट की शस्त्र पूजा का विरोध करने के लिए अपनी ही कांग्रेस पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हालांकि, इसबार उन्होंने पूरी पार्टी पर निशाना साधने की जगह सिर्फ वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर ही सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि शस्त्र पूजा अपने देश की परंपरा रही है और इसे तमाशा नहीं कहा जा सकता। निरुपम ने कहा है कि सभी कांग्रेसी खड़गे की तरह ही नास्तिक नहीं हैं। उधर गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी शस्त्र पूजा को तमाशा बताने के लिए कांग्रेस पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने खड़गे के तमाशा वाले बयान को लेकर कहा है कि पार्टी को सोचना चाहिए किस बात की आलोचना होनी चाहिए और किसकी नहीं।
कांग्रेस में हर कोई खड़गे की तरह नास्तिक नहीं- निरुपम मुंबई में टिकट बंटवारे को लेकर अपनी पार्टी से नाराज चल रहे मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ जोरदार बयान दिया है। निरुपम ने कांग्रेस की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का फ्रांस में विजयादशमी के मौके पर राफेल जेट की पूजा किए जाने के विरोध को सरासर गलत बताया है। निरुपम ने कहा है कि, “शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता। हमारे देश में शस्त्र पूजा की परंपरा बहुत ही पुरानी है। समस्या ये है कि खड़गे जी नास्तिक हैं। कांग्रेस में हर कोई नास्तिक नहीं है।”
शस्त्र पूजा को कांग्रेस ने बताया था तमाशा
इससे पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने फ्रांस में आधिकारिक तौर पर राफेल विमान ग्रहण के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से उसकी हुई शस्त्र पूजा पर हमला बोला था। खड़गे ने कहा था कि, ‘इस तमाशे की कोई आवश्यकता नहीं है। जब हमनें पहले बोफोर्स तोप जैसे हथियार खरीदे थे तो कोई वहां उसे लाने के लिए दिखावा करने नहीं गया था।’ खड़गे ही नहीं कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने भी राफेल की शस्त्र पूजा को ड्रामेबाजी बताया था। उन्होंने कहा थी कि इस सरकार के साथ यही समस्या है कि हर चीज पर ड्रामेबाजी करने लगती है। इसके बाद कई और कांग्रेसी नेताओं ने इसी तरह शस्त्र पूजा के विरोध में बयान दिए।
इनको इटली की संस्कृति की ज्यादा जानकारी है- अमित शाह
उधर गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी हरियाणा के कैथल की एक रैली में शस्त्र पूजा के विरोध को लेकर कांग्रेस को खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने फ्रांस में राफेल की शस्त्र पूजा की तो कांग्रेस को पसंद नहीं आया। उन्होंने पूछा कि क्या विजयादश्मी को शस्त्र पूजन नहीं किया जाता? उनके मुताबिक कांग्रेस को ये सोचना चाहिए कि क्या आलोचना लायक है और क्या नहीं ? बीजेपी अध्यक्ष के मुताबिक, ‘खड़गे साहब ने कहा कि राफेल की शस्त्र पूजा का तमाशा करने की क्या जरुरत थी। आप बताओ विजयादशमी के दिन दुश्मन पर विजय प्राप्त करने के लिए शस्त्र पूजा करनी चाहिए या नहीं? इसमें इनका दोष नहीं है इनको इटली की संस्कृति की ज्यादा जानकारी है, भारत की संस्कृति की नहीं’