नयी दिल्ली। हाल ही में विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। इस लिहाज से विराज कोहली आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 उनका बदौर कप्तान आखिरी विश्व कप था। माना जा रहा था कि जल्द ही विराट कोहली वनडे और टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं। ताजा खबरों के अनुसार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक दिवसीय मैच की कप्तानी भी विराट कोहली से लेकर रोहित शर्मा तो सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो विराट कोहली वनडे मैच से कप्तानी नहीं छोड़ना चाहते थे लेकिन उनपर दाबाव बना कर कप्तानी वापस ली गयी है। भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी को लेकर काफी विवाद होने की भी खबरें सामने आयी है लेकिन सभी विवादों पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गुरुवार अपनी चुप्पी तोड़ी और पूरे घटनाक्रम को लेकर बयान दिया। उन्होंने बताया कि आखिर विराट कोहली से कप्तानी लेकर रोहित शर्मा को देने की क्या बजह थी।
गांगुली ने यह स्पष्ट किया कि कोहली की जगह रोहित को वनडे कप्तान के रूप में लेने का चयन चयनकर्ताओं का निर्णय था क्योंकि उन्हें लगा कि दो सफेद गेंद वाले प्रारूपों में दो कप्तान भारतीय टीमों के लिए आदर्श नहीं होंगे। भारत के पूर्व कप्तान ने यह भी खुलासा किया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कोहली से T20I कप्तान के रूप में पद छोड़ने का अनुरोध नहीं किया था, लेकिन वह संयुक्त अरब अमीरात में विश्व कप के बाद प्रारूप में आगे बढ़ने के लिए तैयार नहीं थे।
सौरव गांगुली ने तोड़ी कप्तानी विवाद पर चुप्पी
बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गुरूवार को कहा कि जब विराट कोहली ने भारत के टी20 कप्तान के तौर पर बने रहने से इनकार कर दिया था तो चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा को वनडे टीम की कमान सौंपने की मन बना लिया था क्योंकि राष्ट्रीय टीम सीमित ओवर के प्रारूप में दो अलग कप्तान नहीं रख सकती थी। बीसीसीआई ने बुधवार को रोहित को 2023 वनडे विश्व कप तक वनडे टीम का कप्तान नियुक्त किया और गांगुली ने पीटीआई के साथ बातचीत में इस मुद्दे पर कहा कि कोहली से इस संबंध में बात की गयी थी और उन्होंने इस फैसले को स्वीकार कर लिया है।
विराट से कप्तानी नहीं छोड़ने का किया गया था अनुरोध
बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमने विराट से अनुरोध किया था कि टी20 कप्तान के तौर पर पद से नहीं हटें लेकिन वह इस पद पर जारी नहीं रहना चाहते थे। इसलिये चयनकर्ताओं को लगा कि वे सफेद गेंद के दो प्रारूपों में दो सफेद गेंद के कप्तान नहीं रख सकते। इससे कप्तानी बहुत अधिक हो जाती। ’’ भारत के अक्टूबर-नवंबर में निराशाजनक विश्व कप अभियान के बाद कोहली ने टी20 कप्तानी छोड़ दी थी।
एक सफेद गेंद के लिए दो कप्तान रखने से होंगी उलझने
गांगुली ने कहा कि चयनकर्ताओं को लगा कि सफेद गेंद के प्रारूप में कई कप्तानों से उलझन हो जायेगी इसलिये चेतन शर्मा की अगुआई वाली समिति ने सुझाव दिया कि बेहतर होगा कि एक ही कप्तान रहे। गांगुली ने कहा, ‘‘मैं (उलझन के बारे में) नहीं जानता लेकिन उन्हें (चयनकर्ताओं को) यही लगा। इसी तरह इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया कि रोहित सफेद गेंद के क्रिकेट और विराट लाल गेंद के क्रिकेट की टीम की कप्तानी करें। ’’
रोहित वनडे कप्तान के तौर पर कैसा करेंगे? गांगुली ने कहा कि वह कोई भविष्यवाणी नहीं करेंगे लेकिन उन्हें नये कप्तान की काबिलियत पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, ‘‘भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है। मैं उन्हें शुभकामनायें देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वह अच्छा काम करें। ’’ लेकिन क्या इस बात को ध्यान में रखा गया था कि कोहली का 95 मैचों में वनडे कप्तान के तौर पर जीत का रिकार्ड 70 प्रतिशत से ज्यादा का है तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, हमने इस पर विचार किया था लेकिन अगर आप रोहित के रिकार्ड को देखो, उन्होंने जितने भी वनडे में भारत की कप्तानी की हो तो वह बहुत अच्छे रहे हैं। लेकिन बात यही है कि सफेद गेंद की टीमों के दो कप्तान नहीं हो सकते थे। ’’
कोहली की कप्तानी में टीम के कोई भी आईसीसी ट्राफी नहीं जीतने का सवाल भी पूछा गया कि लेकिन बोर्ड अध्यक्ष ने इस पर हुई चर्चा के बारे में बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘किन चीजों पर चर्चा हुई और चयनकर्ताओं ने क्या कहा, मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं बता सकता लेकिन रोहित को सफेद गेंद का कप्तान बनाने का मुख्य कारण यही है और विराट ने इसे स्वीकार कर लिया है। ’’ बीसीसीआई की ओर से अध्यक्ष और मुख्य चयनकर्ता ने कोहली से इस पर बात की और उन्हें बीसीसीआई के फैसले से अवगत कराया। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैंने खुद विराट से बात की और मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने भी इस मुद्दे पर उनसे बात की थी।