कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री मनता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य में दैनिक न्यूनतम मजदूरी में इजाफा करने का ऐलान किया है। पश्चिम बंगाल की सीएम ने ये ऐलान चुनाव आयोग के राज्य में चुनावों की तारीखों के ऐलान और आचार संहिता लागू होने से करीब एक घंटे पहले किया गया है। सीएम बनर्जी ने अकुशल, अर्ध कुशल और कुशल तीनों तरह के श्रमिक के लिए न्यूनतम मजदूरी बढ़ाई है।
चुनाव आयोग साढ़े चार बजे प्रेस वार्ता कर चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा, जिसके साथ ही राज्यों में आचार संहिता लग जाएगी और कोई नई घोषणा सरकारें नहीं कर सकेंगी। आयोग की प्रेस वार्ता से करीब एक घंटा पहले साढ़े तीन बजे ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा- मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि राज्य में में न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने का फैसला लिया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार की शहरी रोजगार स्कीम के तहत ये फैसला लिया गया है।
ममता बनर्जी ने बताया है कि अकुशल श्रमिक जिसकी अभी तक न्यूनतम मजदूरी 144 रुपए थी, बढ़ाकर 202 कर दी गई है। अर्ध कुशल मजदूर जिसकी न्यूनतम मजदूरी अभी तक 172 थी, अब उसकी दैनिक न्यूनतम मजदूरी 303 रुपए होगी। वहीं स्कीम में कुशल श्रमिकों की नई कैटेगरी जोड़ी गई है। इस वर्ग के मजदूर के लिए एक दिन की कम से कम मजदूरी 404 रुपए तय की गई है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि कुल 56,500 श्रमिकों को इस फैसले से फायदा होगा। जिसमें 40,500 अकुशल, 8000 अर्ध-कुशल और 8000 कुशल मजदूर हैं। उन्होंने बताया है कि इसके लिए वितवर्ष 2021 और 2022 दोनों में बजट का प्रावधान किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये ऐलान चुनावों से ठीक पहले किया है, इसके चलते इसे उनके चुनावी दांव की तरह भी देखा जा रहा है।