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पानी बनाना मुश्किल है, पानी बचाना मुमकिन
राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति मिशन की संयुक्त कार्यशाला में नसीहत
फ़तेहपुर(CNF)/ जल ही जीवन है। जल नहीं तो कल नहीं। जल का संरक्षण वक्त की दरकार है। अभी भी हम नहीं चेते तो आने वाले वक्त में पानी हासिल करना आसान न होगा। पेयजल समितियों की नियमित बैठक करके इस अहम समस्या की चुनौतियों से काफी हद तक पार पाया जा सकता है।
राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति मिशन के तत्वावधान में हर घर नल योजना के तहत मंगलवार आयोजित कार्यशाला में यह बातें सामने आई। मुख्य अतिथि सदर विधायक विक्रम सिंह ने कहा कि पानी मनुष्य की मूल आवश्यकताओं में एक है। सरकार की प्राथमिकता है सभी को शुद्ध व सुलभ पानी उपलब्ध कराना। आज से प्रत्येक ग्राम स्तर पर जल संरक्षण एवं संचयन पर काम शुरू हो रहा है। 70 फ़ीसदी ग्रामीण आबादी को पेयजल के समुचित रखरखाव और उपयोग के साथ दूषित जल के निष्पादन को लेकर जागरूक करना भी है। डीएम अपूर्वा दुबे ने प्रत्येक ग्राम स्तर पर संचालित होने वाली गतिविधियों को रखते हुए स्वच्छता की आदतों तथा शुद्ध जल का उपयोग कर बीमारियों से बचने की नसीहत दी। जनता से पानी को लेकर संजीदा रहने की बात कही। साथ ही पेयजल समितियों की नियमित बैठक कराए जाने पर जोर दिया। इससे पहले राज्य प्रशिक्षक अजीत तिवारी ने जल संकट को लेकर दो टूक नजरिया पेश किया। कहा कि पानी को बनाना तो बेशक मुश्किल है लेकिन इसे बचाना आसान। आईएस सच्चाई को पहचानना होगा। तभी पानी की समस्या से निजात मिलेगी। कार्यशाला में एडीपीसी सोनू सैनी, रमेश सिंह भी मौजूद रहे।