लखनऊ(CNF)/ बालाकोट एयर स्ट्राइक के आज दो साल पूरे हो गए हैं। 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना के जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों को तबाह कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘बालाकोट एयर स्ट्राइक’ की द्वितीय वर्षगांठ पर शुक्रवार को ट्वीट किया। मुख्यमंत्री योगी ने लिखा, ‘आज भारतवर्ष ‘बालाकोट एयर स्ट्राइक’ की द्वितीय वर्षगांठ मना रहा है। राष्ट्र रक्षक @IAF_MCC ने आज ही के दिन आतंकियों के विरुद्ध इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि ‘बालाकोट एयरस्ट्राइक’ भारत की आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ का काफिला अपने जवानों को लेकर जम्मू से निकला, जब काफिला पुलवामा के लेथपोरा में पहुंचा तो वहां आतंकी आदिल ने अपनी कार को हाईवे किनारे खड़ा कर दिया। ये कार विस्फोटकों से भरी थी, जैसे ही सीआरपीएफ की बस उसके पास आई आतंकी ने उसमें ब्लास्ट कर दिया। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 70 से ज्यादा घायल थे। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि बस के परखच्चे उड़ गए। बड़ी मुश्किल से छत-विछत शवों को इकट्ठा किया गया। करीब 18 शहीदों के काफिन (ताबूत) खाली ही उनके घर भेजे गए थे, क्योंकि ब्लास्ट में जवानों का शरीर पूरी तरह से छत-विछत हो गया था। भारतीय वायुसेना के जवानों ने इसका बदला 26 फरवरी 2019 को पीओके में घुसकर लिया था। मिराज-2000 विमान रात के अंधेरे में नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट पहुंचे और वहां पर जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों को तबाह कर दिया। इस बदले को एयर स्ट्राइक नाम से जाना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्ट्राइक में 200 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के शौर्य को सलाम किया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘साल 2019 में आज ही के दिन इंडियन एयरफोर्स ने पुलवामा आतंकी हमले का जवाब देकर नए भारत की आतंकवाद के विरुद्ध अपनी नीति को स्पष्ट किया कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देते हैं, मैं पुलवामा के वीर शहीदों का स्मरण और वायु सेना की वीरता को सलाम करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश और हमारे जवानों की सुरक्षा सर्वोपरि हैं।’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘बालाकोट एयर स्ट्राइक की सालगिरह पर, मैं भारतीय वायु सेना के असाधारण साहस और परिश्रम को सलाम करता हूं। हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है जो भारत को सुरक्षित और सुदृढ़ रखते हैं।’