वाराणसी।जिले में पद रही कड़ाके की ठंड में भी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में संगमरमर के फर्श पर, नंगे पांव खड़े होकर डयूटी कर रहे कर्मचारियों की परेशानी को, पीएम द्वारा संज्ञान में लिया गया, जिसके बाद उनके निर्देश पर सुरक्षाकर्मियों के लिए दिल्ली से 100 जोड़ी जूट से बने जूते मंदिर प्रशासन को भेजे गए, जिसे कल रविवार को वितरित किया गया।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश व श्री काशी विश्वनाथ धाम के सीईओ डॉ सुनील कुमार वर्मा द्वारा मंदिर के शास्त्री, पुजारी, सीआरपीएफ जवानों, पुलिसकर्मियों, सेवादारों और सफाई कर्मियों को लगभग 100 जोड़ी जूट का जूता बांटा गया। दोनों अधिकारियों ने बताया कि, लकड़ी के खड़ाऊ पहन कर ड्यूटी करना सभी के बस की बात नहीं है। इस परेशानी को देखते हुए पीएम ने कर्मचारियों को इन जुट के जूतों की सौगात दी है।
मंडलायुक्त ने बताया कि, मंदिर परिसर में लेदर या रबर से निर्मित जूता चप्पल प्रतिबंधित है, ऐसे में भीषण ठंड में 8 घंटे डियूटी करने में, सुरक्षा कर्मियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने बताया की, वितरण हेतु अभी और भी जूते आयेंगे, जिससे विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी करने वालो को ठंड से सहूलियत मिलेगी।
बता दे की, इससे पहले भी बढ़ती ठंड को देखते हुए मंदिर प्रशासन द्वारा ड्यूटी में तैयार कर्मचारियों को लकड़ी के खड़ाऊ वितरित किए गए थे, और मंदिर के फर्श पर दरी भी बिछाई गई थी।