लखनऊ(CNF)/ सात फरवरी को ग्लेशियर फटने से उत्तराखंड के चमोली में आई जब प्रलय से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी हैं। वहीं, कई लोग अभी भी लापता है, जिनकी तलाश में आईटीबीपी, एनडीआरअफ और एसडीआरएफ की टीमें जुटी है। उत्तराखंड में आई इस तबाही के बाद उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी, मेरठ, आजमगढ़, सहारनपुर जिले में भी कोहराम मचा हुआ है। दरअसल, लखीमपुर खीरी के 38, मेरठ के चार, आजमगढ़ के एक और सहारनपुर के तीन लोग लापता है। हादसे के बाद किसी से भी संपर्क नहीं हो सका है।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम अपने आवास पर उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की है। बैठक में सीएम योगी ने उत्तराखंड में आई आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने एक टोल फ्री नंबर 1070 और व्हाट्सएप नंबर 9454441036 उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए जारी किया है। कोई भी परिवार जिनके सदस्य वहां काम कर रहे थे यदि वो लापता हैं तो वे इस नंबर पर सूचना दे सकते हैं। यही नहीं, सीएम ने हरिद्वार में राज्य नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का भी आदेश दिया है। इस बात की जानकारी चीफ सेक्रेट्ररी एके अवस्थी ने दी है
बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जो घायल हैं उनके इलाज के लिए जो संभव सहायता हो वो यूपी सरकार की ओर से दिया जाए। कहा कि उत्तराखंड में आई आपदा में प्रदेश के जो लोग वहां मृतक होंगे उन्हें मुख्यमंत्री कोष से 2 लाख रुपए देने का निर्देश दिया गया है। बहरहाल, उत्तर प्रदेश के लापता लोगों में से सबसे ज्यादा लखीमपुर खीरी जिले के रहने वाले हैं। सोमवार शाम तक मिली जानकारी के मुताबिक खीरी के कुल 28 लोग लापता बताये गए हैं. इसके अलावा सहारनपुर के तीन और मेरठ के चार मजदूरों के भी लापता होने की सूचना है। जबकि गोरखपुर मण्डल के कुल 5 मजदूर हादसे के बाद से लापता हैं। इसके अलावा शामली के भी दो मजदूर लापता हैं। यही नहीं, मुरादाबाद, बिजनौर और चंदौली के एक-एक मजदूर हादसे के बाद से लापता बताये जा रहे हैं। आज़मगढ़ जिले के ओम प्रकाश यादव भी लापता हैं। वो ऋषि गंगा पावर कारपोरेशन में प्रोजेक्ट मैनेजर पद तैनात थे।