लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही बांदा में जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने अपनी गिरफ्तार को अवैध बताते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट से रिहाई की मांग की है। इसको लेकर मुख्तार ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। जिसपर प्रदेश सरकार से कोर्ट ने जवाब तलब किया है। मामले की सुनवाई 11 जनवरी को होगी। बता दें कि मुख्तार पर करीब 52 मुकदमें दर्ज है, जिसमें से 15 केस ट्रायल पर हैं।
मुख्तार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट दायर की याचिका
दो दिन पहले ही मुख्तार के गुर्गे के अवैध सम्राज्य पर चला बुलडोजर
दो दिन पहले मुख्तार अंसारी गैंग के गुर्गे के अवैध जमीन पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवाया है. उस जमीन की कीमत करीब 50 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, सराय लखंसी थाना क्षेत्र के सिकटिया में अंसारी के गुर्गे गणेश मिश्रा द्वारा अवैध ढंग से बिना नक्शा पास कराए कॉलोनी विकसित की जा रही थी। करीब 11 एकड़ से ज्यादा की भूमि पर बने रहे हाउसिंग कॉलोनी पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया। बता दें, इससे पहले 22 दिसंबर को गाजीपुर में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के परिवार की संपत्ति पर सरकार ने कार्रवाई की थी। इससे पहले भी कई स्थानों पर मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
बेटों का ऐलान- 2022 में चुनाव लड़ेगा मुख्तार अंसारी
बता दें, पिछले साल की 9 दिसंबर को बांदा मंडल कारागार में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से उनके दोनों बेटे मिलने पहुंचे थे। कारागार से बाहर आते ही मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला था। इसके साथ ही सकेंत भी दिए थे कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेगे। वह किस दल से लड़ेगा यह अभी तय नहीं है। मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास ने कहा कि पिता की रिहाई के भले ही अभी कोई आसार नहीं हैं, पर वे 2022 के होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में हैं। प्रदेश सरकार के कारनामों की कॉपी जांचने का समय आ गया है। इनका फेल होना तय है। साल 2022 में बीजेपी सत्ता से बेदखल होगी।