लखनऊ : उत्तर प्रदेश का सबसे ताजा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण आया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की बढ़त तो लगातार बनी हुई है, लेकिन समाजवादी पार्टी उसे मिल रहे वोट शेयर से अंतर को लगातार कम करती जा रही है। यह ओपनियन पोल एक दिन पहले ही यानी शनिवार 18 दिसंबर, 2021 को किया गया है। एबीपी-सी वोटर के ओपिनियन पोल में बीजेपी के वोट शेयर में बढ़त दिखाई जा रही है, लेकिन इससे साथ ही साथ यह भी लग रहा है कि अखिलेश यादव की सपा भी चुनाव करीब आते-आते अपने पक्ष में माहौल को बेहतर करती जा रही है और सत्ताधारी दल और मुख्य विपक्षी पार्टी में वोट शेयर का फासला लगातार कम होता जा रहा है|

यूपी में बीजेपी-सपा में ही मुख्य टक्कर-सर्वे

उत्तर प्रदेश में अगले महीने के शुरुआती हफ्ते में ही विधानसभा चुनावों के तारीखों की घोषणा होने की संभावना है। इसको लेकर एबीपी-सी वोटर ने वोटरों का मूड भांपने के लिए वहां ओपिनियन पोल किया है। यह ऐसे समय में हुआ है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली में सीएम योगी आदित्यनाथ को पार्टी का चेहरा पेश करते हुए एक नया नारा दिया है-यूपी+योगी यानी ‘उपयोगी’। इसके जवाब में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार को ‘अनुपयोगी’ करार दे दिया है। उधर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में शामिल दोनों भाई-बहनों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी कभी अपने परिवार के गढ़ माने जाने वाली अमेठी में रैली करके चुनावी बिगुल फूंक दिया है। हालांकि, इस माहौल में भी चुनावी सर्वे एक बात की ओर स्पष्ट इशारा कर रहा है, वह यह है कि भाजपा लगातार अपना प्रभाव बढ़ाने में सफल हो रही है।

बीजेपी आगे, लेकिन सपा के वोट शेयर में बढ़त-ओपिनियन पोल

एबीपी-सी वोटर ने 4 दिसंबर को एक ओपिनियन पोल किया था। उसमें समाजवादी पार्टी के पक्ष में 33 फीसदी वोट जाते हुए दिख रहे थे। लेकिन, शनिवार को किए गए सर्वे में अखिलेश यादव पार्टी ने अपनी स्थिति बेहतर करते हुए अपना वोट शेयर बढ़ाकर 34फीसदी कर लिया है, ऐसा अनुमान लगाया गया है। 18 दिसंबर को हुए सर्वे में यूपी के विभिन्न राजनीतिक दलों के पक्ष में जो वोट जाता दिख रहा है, वह इस प्रकार है-

भारतीय जनता पार्टी+ 40%

समाजवादी पार्टी+ 34%

बहुजन समाज पार्टी 13%

कांग्रेस 7%

अन्य 7%

यूपी में वोटर का मूड-भाजपा की वापसी- सर्वे

यानी जो चुनाव से पहले यूपी के वोटरों का मूड नजर आ रहा है, उससे लगता है कि सत्ताधारी बीजेपी 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापस लौट सकती है। लेकिन, उसकी सीटें जो 2017 के विधानसभा चुनाव में 312 थीं, उसमें काफी कमी आ सकती है। इस सर्वे से एक बात यह भी निकल रही है कि सपा, कांग्रेस या मायावती की बसपा कोई भी इस स्थिति में नहीं है कि योगी सरकार को सत्ता से बेदखल कर सके। लेकिन, जिस तरह से चुनाव के नजदीक आते-आते अखिलेश यादव की सपा ने वोट शेयर में इजाफे की रफ्तार पकड़ी है, वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि 2017 में यूपी में भाजपा को 39.67% , सपा को 21.82%, बसपा को 22.23% और कांग्रेस 6.25% वोट मिले थे। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन हुआ था।

336290cookie-checkलखनऊ : यूपी के सबसे ताजा चुनावी सर्वे से खुश होंगे अखिलेश, बढ़ेगी सीएम योगी की चिंता
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