रायबरेली ब्यूरो जावेद आरिफ
-पाई पाई पैसे के लिए परिवार मोहताज ।
महाराजगंज/ रायबरेली(CNF)/ प्रदेश के मुखिया महंत योगी आदित्यनाथ ने करोड़ों रुपए खर्च करके गांव में गौशाला का निर्माण करवाया था तथा देखभाल के लिए ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी सौंपी गई थी इसके लिए गौशालाओं में गाय व गोवंशों की देखभाल साफ सफाई आदि के लिए मजदूरों को मासिक मजदूरी पर रखा गया था लेकिन 4 माह बीतने के बाद भी तैनात मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी परिवार भुखमरी के कगार पर। ज्ञात हो कि विकास क्षेत्र अंतर्गत पशु आश्रय केंद्र हरदोई में तैनात 7 मजदूरों को प्रतिमाह ₹6000 मजदूरी पर ग्राम प्रधान द्वारा रखा गया था। किंतु सितंबर माह से 4 माह बीत रहे हैं मजदूरी नहीं मिली। मजदूर राम सजीवन, दिनेश कुमार, राम शेखर ,अशोक, पिंटू लाल ,रेनू , टरऊ आदि का कहना है कि मैं अपने परिवार का पालन कैसे करें जल्द ही हम लोगों की मजदूरी नहीं मिली तो काम छोड़कर अपने घर में बैठूंगा। इस सिलसिले में मौजूदा प्रधान मैकूलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरा पैसा भी भूसा में फंसा हुआ है अभी तक उसका भुगतान नहीं हुआ भूसा का जब पैसा मुझे मिलेगा तो इन कर्मचारियों की ओर ध्यान दूंगा मैं स्वयं परेशान हूं इसके लिए ब्लॉक अधिकारियों से लेकर जिले के अधिकारियों को अवगत करा चुका हूं लेकिन अभी तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। वही ग्राम प्रधान मैकूलाल का यह भी कहना है कि हमारे पास लगभग 330 पशु मौजूदा स्थिति में हैं जिनकी डॉक्टरों द्वारा नियमित जांच होती है चारा पानी की व्यवस्था भी ठीक है लेकिन हरा चारा नहीं मिल पा रहा सरकार से मांग है कि ग्राम सभा की पड़ी खाली भूमि को गौशाला के नाम सुपुर्द कर दे तो उसमें चरी बोकर जानवरों को हरा चारा मिलने में सहूलियत होगी। अब देखना है कि ब्लॉक से लेकर जिले में बैठे आला अधिकारी इस पर कोई कार्यवाही करते हुए गौशाला में तैनात मजदूरों की मजदूरी को दिलाने का कार्य करते हैं या चुप रहकर योगी सरकार को बदनाम करने की भूमिका अदा करते हैं।