REPORT–JAVED ARIF
रायबरेली(CNF)/ उत्तर प्रदेश । सरेनी थाना क्षेत्र में 1 जनवरी को हुए दुष्कर्म की लगातार जिले भर के पुलिस अधिकारियों की शिकायत के बाद आज 7 दिन बाद भी पीड़िता की रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई ।आज फिर सरेनी से ठंड के मौसम में पीड़िता पुलिस अधीक्षक से मिली जहां पर एक बार फिर उसे थाने पर जाकर थानाध्यक्ष से मिलकर रिपोर्ट दर्ज कराए जाने का आश्वासन दिया है । यहां यह भी बताते चले कि 4 जनवरी को यही महिला एक बार पहले भी पुलिस कार्यालय में आकर अपनी फरियाद लगा चुकी है । जहां से उसे थाने भेजा गया था और थानाध्यक्ष ने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए भगा दिया । इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस अधीक्षक का आदेश या दिशानिर्देश भी थाना इंचार्ज नहीं मान रहे हैं। जबकि दुष्कर्म जैसे मामले में तो मा0 सुप्रीम कोर्ट ने भी तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दे रखा है । उसे भी थानाध्यक्ष नहीं मान रहे हैं । पीड़ित ने बताया कि आज फिर पुलिस कप्तान कार्यालय से थाने पर जाकर मुकदमा लिखाने जाने का आदेश मिला है। जिसको लेकर पीड़िता एक बार फिर बरसात और ठंड के मौसम में महिला थाने की ओर जा रही है। देखते हैं कि 7 दिन बाद थाना इंचार्ज इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करते हैं कि नहीं। वहीं महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए बनी 1090 महिला वूमेन हेल्पलाइन नंबर ने भी ट्विटर हैंडल पर इस मामले की जानकारी होने पर रायबरेली पुलिस को लिखा है कि मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करें। इतने संवैधानिक नियमों को धता बताते हुए थानाध्यक्ष सारे ने इस मामले में रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज कर रहे हैं । इसको लेकर अब जिले में भी चर्चाओं का माहौल गर्म है । क्योंकि अब सबकी जुबान से यह निकलने लगा है कि थाने की पुलिस जरूर विपक्षी से मिलकर उनसे अपना खर्चा पानी ले लिया है इसलिये पुलिस मामले को टरका रही है । अन्यथा क्या कारण है कि न्यायालय पुलिस अधीक्षक और खुद वुमन हेल्पलाइन नंबर से इस पर कार्यवाही की बात कह रही है और थानाध्यक्ष लगातार इस मामले को झूठा बताने पर लगे हुए हैं।