REPORT–JAVED ARIF
रायबरेली : देश के पूर्व मन्त्री रायबरेली के पूर्व सांसद लोकबन्धु राजनारायन की 35वीं पुण्यतिथि समाजवादी पार्टी कार्यालय सुपर मार्केट में एक विचार गोष्ठी आयोजित कर मनायी गयी। विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि लोकबन्धु राजनारायन सदैव जहा अन्याय होते देखते वह विरोध में खड़े हो जाते थे। डा0 लोहिया के नेतृत्व में उन्होनें समाजवादी आन्दोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया देश की आजादी में उन्होनें सक्रिय भागीदारी की थी। लोकबन्धु राजनारायन दृढ़ निश्चयी एवं बेबाक राजनेता थे, उनके विचार आज भी प्रासंगिक है। वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा हर वर्ग के साथ अन्याय किया जा रहा है, बदले की भावना से कार्य किया जा रहा है, इसलिए राजनारायन जी के आदर्शो पर चलकर भाजपा को हटाना है।
गोष्ठी में पूर्व अध्यक्ष सेन्ट्रल बार एसोसिएशन डी.पी. पाल ने कहा कि राजनारायन जी सच्चे समाजसेवी, समाजवादी चिंतक एवं विचारक थे, उनका नाम सदैव रायबरेली के लोग याद करेंगे, उन्होनें तत्कालीन आततायी सरकार को हटाने का बिगुल फूंका और रायबरेली के सांसद बने वर्तमान में भी आमजन पीड़ित एवं दुःखी हैं, इसलिए राजनारायन जी के पदचिन्हों पर चलकर उ0प्र0 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने का कार्य करें। प्रान्तीय सपा नेता ओपी यादव एडवोकेट ने कहा कि सन् 1971 में राजनरायन रायबरेली से लोकसभा चुनाव पराजित होने के बाद मान्नीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। न्यायमूर्ति जगमोहन लाल सिन्हा ने इन्दिरा गांधी के चुनाव को अवैध करार कर दिया। इन्दिरा गांधी ने बौखलाकर आपातकाल की घोषणा कर दी। विपक्षी नेताओं को जेल भेज दिया, परिणाम स्वरूप 1977 में राजनरायन प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी को पराजित कर दिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्याम सुन्दर भारती, मो0 अरशद खान, स्वर्णकार मुकेश रस्तोगी, नरेन्द्र सिंह, सुरेश पटेल, राजेश मौर्य, राजेन्द्र यादव, राकेश यादव, विकास विश्वकर्मा, वीरेन्द्र बहादुर, सुरजीत सिंह, दिनेश भारती, धनीराम मौर्य, राजकुमार लोधी, अरविन्द यादव, रमेश मौर्य, बलराज राना, सतगुरू प्रसाद, रामसनेही आदि ने लोकबन्धु राजनारायन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा किया।