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फतेहपुर : ललौली थाना क्षेत्र के मूसेपुर देव मऊ निवासी आशीष तिवारी पुत्र श्री राजकुमार ने पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि पीड़ित एक गरीब ई रिक्शा चालक है जो की महिमा हार्डवेयर मुक्ततौर से सामान लादकर पहुंचा कर भाड़ा प्राप्त करता था वहीं बीते 6 दिसंबर को जब सामान पहुंचा कर वापस दुकान आया तो विनय निषाद पुत्र मेवालाल निषाद दुकान मालिक ने कहा मे खाना खा रहा हूं गुल्लक से पैसा निकाल लो वही पीड़ित द्वारा ₹500 भाड़ा निकाल लिया गया और पिछला बकाया रुपए 3500 सौ मांगा तो उसने कहा कि खाना खा रहा हूं अभी हिसाब करता हूं रुक जाओ वही पीड़ित रुक कर इंतजार कर रहा था विनय निषाद ने अपने भाई सुभाष निषाद को भी बुला लिया और पीड़ित पर रुपए चोरी का इल्जाम लगाने लगा दोनों ने पीड़ित को वही पीछे कमरे में बंद कर दिया और शराब पी पी कर मारते रहे व चोरी का बोलने का दबाव बनाते रहे पीड़ित से एटीएम कार्ड भी विनय ने छीन लिया और धमकी दिया कि पासवर्ड बताओ नहीं तो यहीं लटका कर मार देंगे डर बस पीड़ित ने पासवर्ड बता दिया उसके एटीएम खाते से ₹20000 निकाल लिए और शाम को अंधेरा होने पर छोड़ा वहीं पीड़ित व घर वाले चौकी दतौली और थाना ललौली दौड़ते रहे लेकिन पीड़ित की रिपोर्ट नहीं लिखी गई ना पीड़ित का डॉक्टरी परीक्षण करवाया गया वही ललौली थाने में तैनात महेंद्र सिंह नाम का पुलिस वाले ने भी हम लोगों को धमकाया की चोरी में बंद कर देंगे वरना सुलह कर लो और मजबूर करके पीड़ित व पीड़ित के पिता से एक सुलहनामा में हस्ताक्षर भी बनवा लिया और जीविका का एकमात्र साधन ई-रिक्शा जबरदस्ती एक कागज पर 90000 रुपए का ई रिक्शा बिकवा दीया है वही सत्ता पक्ष का दबावों के कारण थाने में आज तक एफ आई आर नहीं लिखी गई आसे में योगी सरकार में गरीब ब्राह्मण के साथ पुलिस व सत्ता पक्ष के लोगों ने मिलकर घोर अपराध किया है ऐसे में देखना होगा कि पुलिस अधीक्षक की चौखट पर यहां से न्याय मिल पाता या नहीं?