प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के हास्टल में रहने वाले छात्रों पर लगाए गए अर्थदंड के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे 23 छात्रों की हालत अब तक बिगड़ गई। बाद में एक और छात्र की तबीयत खराब हो गई। सभी को तेज बहादुर सप्रु चिकित्सालय (बेली) में भर्ती कराया गया। इसके बावजूद अब तक विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसर छात्रों से वार्ता करने नहीं पहुंचे। इससे छात्रों में काफी नाराजगी है। अब छात्र कुलपति का घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं। छात्रों का कहना है अब आरपार की लड़ाई होगी।
हास्टल के छात्रों पर जुर्माना लगाने के विरोध में आमरण अनशन
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विभिन्न हास्टलों में रहने वाले छात्रों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सख्ती की थी। हास्टल के छात्रों पर अर्थदंड लगाया गया था। इसके विरोध में पिछले दिनों से विश्वविद्यालय के छात्र आमनरण अनशन कर रहे थे। आमरण अनशन आज शुक्रवार को भी जारी था।
छात्रों में आक्रोश व्याप्त है
आमनरण अनशन पर बैठे एक के बाद एक करके 23 छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। यह देख छात्रों के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना पर वहां पुलिस भी पहुंच गई। आनन-फानन में सभी बीमार छात्रों को एंबुलेंस से बेली अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी दौरान एक और छात्र की तबीयत खराब हो गई तो उसे भी अस्पताल भेजा गया। इस घटना से छात्रों में आक्रोश व्याप्त है।
हालांकि इस संबंध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वह छात्रों से अर्थदंड नहीं वसूल रहा है। छात्रों से कोरोना काल के दौरान उपभोग शुल्क ही वसूला जा रहा है। उधर छात्रों के गुस्सा को देखकर काफी संख्या में विश्वविद्यालय परिसर में कई थानों की पुलिस को तैनात कर दिया गया है। पुलिस छात्रों की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। छात्रों के आंदोलन की भनक भी पुलिस को लगी है।