प्रयागराज : कोरोना वायरस के नए वैरियंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए उत्‍तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। शासन ने आदेश दिया है कि कारागार के बंदियों से अब उनके स्वजन नहीं मिल सकेंगे। ओमिक्रोन के बढ़ते असर के चलते शासन ने मुलाकात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इस बाबत शासनादेश मिलने के बाद प्रयागराज में नैनी जेल प्रशासन भी पूरी तरह से सर्तक हो गया है। मुलाकात की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। पूर्व की तरह बंदियों को जेल के पीसीओ से बात कराने की व्यवस्था बहाल की गई जाएगी।

2020 में भी कोरोना की वजह से बंदियों से मुलाकात पर लगा था प्रतिबंध

मालूम हो कि मई 2020 से जेल में कोरोना के बढ़ते कहर को देखकर जेल में बंदियों की मुलाकात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। काफी एहतियात बरतने के बावजूद जेल में कोरोना ने जमकर तांडव मचाया था। बंदी समेत जेल के अधिकारी व कर्मचारी भी इसकी चपेट में आ गए थे। इस दौरान बंदियों को जेल में बने पीसीओ से उनके परिजनों से बात कराई जाती थी। कोरोना का असर कम होने पर आठ अगस्त 2021 को मुलाकात पर से प्रतिबंध हटा लिया गया था।

इन दिनों ओमीक्रोन का प्रकोप बढ़ते देख शासन की ओर से एक बार फिर मुलाकात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। इस बाबत अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी का पत्र मिलने के बाद नैनी सेंट्रल जेल प्रशासन ने मुलाकात पर प्रतिबंध लगा दिया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय का कहना है कि मुलाकात पर प्रतिबंध लगने के बाद पीसीओ की व्यवस्था बहाल की जा रही है।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शासन ने जेल में बंद बंदियों से मुलाकात पर शनिवार को रोक लगा दी थी। देर शाम हुए इस आदेश की जानकारी बंदियों के परिवार के लोगों को नहीं थी। इस बीच रविवार को सुबह से ही बंदियों के स्वजन मुलाकात के लिए जेल के बाहर इकट्ठा होने लगे। पर्ची काउंटर पर पहुंचने पर जब उन्हें यह जानकारी हुई कि अब मुलाकात पर रोक लग गई है तो वे निराश हो गए। कुछ देर तक इंतजार करने के बाद बंदियों के परिवार के लोग घर से लाया गया सामान बंदी रक्षकों को सौंप कर अपने घर के लिए रवाना हो गए।

347210cookie-checkप्रयागराज : ओमीक्रोन के बढ़ते प्रकोप से जेल में मुलाकात पर लगा प्रतिबंध, बंदियों के स्‍वजन मायूस लौटे
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