, लखनऊ। किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं (Delhi Border) पर पुलिस भारी बैरिकेडिंग करते हुए सड़क पर मोटी-नुकीली कीलें लगा दी हैं। दरअसल, ये कार्रवाई किसानों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुई की गई है, साथ ही आंदोलनकारी और किसान धरना स्थल तक ना पहुंच सके। तो वहीं, अब इस मसले पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को नसीहत दी है। इससे पहले इस मलसे पर प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार की आलोचना की थी।
बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने बुधवार को एक के बाद एक दो ट्वीट किए है। ट्वीट करते हुए मायावती ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को नसीहत देते हुए लिखा, ‘तीन कृषि कानूनों की वापसी की वाजिब मांग को लेकर खासकर दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलित किसानों के प्रति सरकारी रवैये के कारण संसद के बजट सत्र में भी जरूरी कामकाज व जनहित के खास मुद्द पहले दिन से ही काफी प्रभावित हो रहे हैं। केन्द्र किसानों की मांग पूरी करके स्थिति सामान्य करे।’ आतंकियों को रोकने के लिए सीमाओं पर बैरिकेडिंग: Mayawati मायावती ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘लाखों आन्दोलित किसान परिवारों में दहशत फैलाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है। इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग, सड़कों में लगाई गई कीलें बता दें कि 26 जनवरी को जिस तरह से दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा हुई उसके बाद से प्रदर्शनस्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तो वहीं, किसानों ने एक बार फिर 6 फरवरी को चक्का जाम करने की बात करी है। ऐसे में दिल्ली पुलिस की ओर से गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर तैयारियां की जा रही हैं। यहां सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई है, सीमेंट के बड़े-बड़े बैरिकेड बना दिए गए हैं। सड़कों में कीलें लगाई जा रही हैं, कंटीली तारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ताकि प्रदर्शनकारी किसान फिर से दिल्ली की ओर ट्रैक्टर ना ले आए।
38000cookie-checkदिल्ली बॉर्डर पर किलेबंदी को लेकर मायावती ने सरकार दी नसीहत, कहा- आतंकियों के लिए हो ऐसी व्यवस्था