गोरखपुर(CNF)/ यूपी में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के मद्देनज़र पुलिस ने ऐसे लोगों के असलहों के लाइसेंस निलंबित कराना शुरू कर दिया है जिनके खिलाफ कोई मुकदमा है या फिर जिनसे चुनाव में गड़बड़ी फैलने की आशंका है। पुलिस मुकदमों में आरोपित ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन को लगातार रिपोर्ट भेज रही है जिसके आधार पर प्रशासन उनके असलहों के लाइसेंस को निलंबित कर दे रहा है।
इसी क्रम में गोरखपुर में दस और लोगों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं। इसके पहले 41 लोगों के लाइसेंस निलंबित किए गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, पंचायत चुनाव को देखते हुए एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने शस्त्रों के जांच करने का आदेश दिया है। इसमें पुलिस को यह भी निर्देशित किया गया है कि जिनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं, उन लाइसेंसियों की अलग से सूची बनाई जाए। पुलिस की ओर से जांच के दौरान हाल-फिलहाल दस लोगों के ऐसे लाइसेंस पाए गए हैं जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं और जो आरोपी बने हुए है। इन सभी के असलहों के लाइसेंस को निरस्त करने के लिए पुलिस ने रिपोर्ट भेजी थी। पुलिस की ओर से भेजी गई रिपोर्ट पर जिला मजिस्ट्रेट ने लाइसेंस को निलम्बित कर निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी है।
41 लोगों के शस्त्र लाइसेंस हो चुके हैं निलंबित
पुलिस की ओर से एक फरवरी 2020 से 31 जनवरी 2021 तक आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के लाइसेंस की रिपोर्ट भेजी गई थी। पुलिस की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर 41 लोगों के लाइसेंस निलंबित किए जा चुके है।
अब इनके लाइसेंस हुए निलम्बित;
पिपराइच इलाके के जंगल छत्रधारी निवासी छोटेलाल का रिवाल्वर, यही के विजय निषाद का रिवाल्वर, गोला इलाके के चिट्ठेपार निवासी सुरेंद्र कुमार शुक्ला का एक रिवाल्वर, एक डीबीबीएल गन, पीपीगंज के लक्ष्मीपुर निवासी छांगुर प्रसाद का एसबीबीएल गन, यहीं के राजेंद्र कुमार का एसबीबीएल गन, बेलघाट के एकौना निवासी लालजी यादव का राइफल, चौरीचौरा के सोनबरसा निवासी वेद प्रकाश जायसवाल के पिस्टल, बड़हलगंज के झझवा मदरहा टोला निवासी रमेश दुबे के रिवाल्वर, तिवारीपुर के सूर्य विहार कॉलोनी निवासी अरशद नईम उर्फ बाबी के पिस्टल का लाइसेंस निरस्त कराया गया है।