गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव को सीएम योगी आदित्यनाथ श्रमिकों, मध्यम और न्यूनतम वर्ग के जनता को लगातार सौगातें दे रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को सीएम योगी ने गोरखपुर में एक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन और टैबलेट बांटे। इस दौरान सीएम ने कहा कि बहुत सारे गरीब बच्चों के मां-बाप टैबलेट और स्मार्टफोन का खर्चा उठाने में संकट होगा। सरकार डिजिटल एक्सेस के तहत टैबलेट-स्मार्टफोन के चलाने के खर्च को उन बच्चों को उपलब्ध कराएगी।
दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर हैं सीएम योगी
टैबलेट व स्मार्ट फोन चलाने का खर्च भी देगी सरकार
युवाओं को तकनीक से जोड़ने के लिए उन्हें टैबलेट व स्मार्ट फोन का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश में एक करोड़ से ज्यादा युवाओं को ये उपकरण दिए जाएंगे। बहुत से युवा भी हैं, जिनके परिवार के पास इसके संचालन का खर्च उठाने की क्षमता नहीं है, इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि टैबलेट व स्मार्ट फोन के साथ डिजिटल एक्सेस दिया जाएगा, यानी इसके संचालन पर जो खर्च आएगा उसे सरकार वहन करेगी। सीएम ने कहा कि गोरखपुर में तीसरी बार टैबलेट व स्मार्ट फोन का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश के हर जिले में इसका वितरण हो रहा है, इसके बाद कॉलेज व संस्थानों में वितरण कराया जाएगा।
एक क्लिक पर किसी भी योजना की पूरी डिटेल
सीएम ने कहा कि टैबलेट व स्मार्ट फोन के साथ विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम के अनुसार, अच्छी पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए दुनिया की बड़ी कंपनियों के साथ अनुबंध किया जा रहा है। पढ़ाई पूरी करने के बाद युवा रोजगार की ओर से अग्रसर हो सकें, इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की रोजगार से जुड़ी योजनाओं का लिंक भी इन उपकरणों में दिया जा रहा है। एक क्लिक पर किसी भी योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी और युवा अपना विकल्प चुन सकेंगे।
10 हजार युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन, प्रतियोगी परीक्षओं के लिए निश्शुल्क कोचिंग
सीएम ने कहा कि किसी भी तरह की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अभ्युदय के नाम से निश्शुल्क कोचिंग का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत भी 10 हजार युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रकोप फिर बढ़ रहा है। कक्षाएं आनलाइन चलेंगी और परीक्षाएं भी आनलाइन हो सकती हैं। इसके लिए ये उपकरण काफी उपयुक्त होंगे। अब प्रदेश का युवा स्वयं को स्मार्ट युवा कह सकता है।
युवाओं को सिखाया कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पाठ