कानपुर : उत्तर प्रदेश की इस वक्त सबसे बड़ी खबर कानपुर जिले से है। यहां इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष जैन को डीजीजीआई कस्टडी में लिया है। टीम प्रत्यूष को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। दरअसल, आयकर विभाग अभी तक पीयूष के घर से 150 करोड़ रुपए की अघोषित रकम अभी तक बरामद कर चुका है। हालांकि, नोटों की गिनती का सिलसिला अभी भी जारी है, जो कल यानी 25 दिसंबर की सुबह तक समाप्त होगा। इसलिए विभाग ने 80 नए बक्से और मंगवाए गए है। इसी के साथ कैश ले जाने के लिए एक कंटेनर भी मंगवाया गया है।
पीयूष जैन के सभी ठिकानों पर मारा एक साथ छापा
पीयूष जैन के घर मिल रहे खजाने की सूचना पर प्रधान आयकर निदेशालय से जांच के वरिष्ठ अधिकारी और संयुक्त निदेशक जांच विजयानंद भारतीय भी पहुंचे हैं। डीजीजीआई के कई अफसर मौके पर मौजूद हैं। बता दें, जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने 23 दिसंबर की सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप के साथ कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई के प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी। इस दौरान परिवार के लोगों से पूछताछ भी की गई। अधिकारियों ने मौके से दस्तावेज और नकदी जब्त की है।
जानें कैसे मसाले से मिला ट्रक और इत्र का कनेक्शन
पान मसाला कारोबारी के यहां छापे से मिली कड़ियों को डीजीजीआई (डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस) अहमदाबाद ने आपस में इस तरह जोड़ा कि परत दर परत राज खुलता चला गया। दरअसल, खुफिया सूचना के आधार पर डीजीजीआई अहमदाबाद के अधिकारियों ने कानपुर में पान मसाला समूह की फैक्ट्री परिसर और ट्रांसपोर्टर से संबंधित परिसरों में तलाशी शुरू की थी। इसी दौरान जांच में तार एक चर्चित ट्रांसपोर्टर से जुड़े, फिर एक इत्र कारोबारी से भी लिंक मिला।
अभी तक 150 करोड़ की हो चुकी है वसूली
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के अध्यक्ष विवेक जौहरी के मुताबिक, छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये की नकदी ज़ब्त की गई है। एसबीआई अधिकारियों के सहयोग से करेंसी नोटों की गिनती का सिलसिला अभी भी जारी है। यह कल सुबह तक समाप्त हो सकता है। विभाग ने बताया कि गिनती समाप्त होने के बाद ही रकम की सटीक जानकारी दी जा सकेगी।