कानपुर(CNF)/ उत्तर प्रदेश के कानपुर में पार्वो संक्रमण से कुत्तों के मरने का मामला सामने आया है। इस वायरस की वजह से अचानक आठ कुत्तों की मौत हो गई, जिससे हड़कंप मचा हुआ है। पशु चिकित्सकों की टीम ने दो कुत्तों का पोस्टमॉर्टम किया है। बताया जा रहा है कि कुत्तों की आंतों में सक्रमण पाया गया है। आंत सड़ने से कुत्तों के पेट में खून के थक्के बन गए। मरने से पहले कुत्तों को खून की उल्टियां हुई थीं। पशु चिकित्सकों का मानना है कि मौसम में परिवर्तन से यह वायरस कुत्तों में सक्रिय होता है।
आठ कुत्तों की मौत से हड़कंप
मामला भीतरगांव ब्लॉक स्थित क्योंटरा गांव का है, जहां आठ कुत्तों की मौत से हड़कंप मच गया। सूचना पर पशु चिकित्सकों की टीम क्योंटरा गांव पहुंची और कुत्तों के बारे में जानकारी जुटाई। पशु चिकित्सक सर्वेंद्र सचान का मानना है कि पार्वो वायरस से बड़े जानवरों को खतरा नहीं होता है, लेकिन यह वायरस छोटे जानवरों के लिए बेहद खतरनाक होता है। उन्होंने बताया कि यह वायरस आंतों में फैलता है। जानवरों को पहले खून की उल्टियां होती हैं, फिर उनकी मौत हो जाती है।
कुत्तों के लिए बेहद घातक है पार्वो वायरस
भीतरगांव के पशु चिकित्साधीक्षक ओपी वर्मा ने बताया कि कुत्तों में होने वाला पार्वो वायरस बेहद घातक है। यह वायरल बीमारी है। उन्होंने बताया कि अगर समय से इस बीमारी का इलाज नहीं मिला तो कुत्तों की मौत हो जाती है। इस घातक वायरस से कुत्तों को बचाने के लिए जन्म के डेढ़ महीने से साढ़े तीन महीने के बीच में तीन टीके लगवाने पड़ते हैं। डॉ. वर्मा ने ये भी बताया कि पार्वो वायरस से संक्रमित कुत्तों के व्यवहार में कई तहर के बदलाव आते हैं। शुरुआत खांसी से होती है, जिसके बाद कुत्ते खाना-पीना छोड़ देते हैं। संक्रमण बढ़ने पर कुत्तों के खून की उल्टियां और दस्त शुरू हो जाते हैं और फिर कुत्तों की मौत हो जाती है।