लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के अमौसी एयरपोर्ट के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) के भाई प्रह्लाद मोदी (Prahlad Modi) बुधवार को धरने पर बैठ गए। हालांकि, कुछ समय बाद अधिकारियों के समझाने पर वह मान गए और अपना धरना समाप्त कर दिया है। प्रह्लाद मोदी का आरोप था कि उनके स्वागत में आने वाले 100 कार्यकर्ताओं को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस पीएमओ को बदनाम करना चाहती है।
कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ पहुंचे थे प्रह्लाद मोदी जानकारी के मुताबिक, योग सोशल सोसायटी के राष्ट्रीय संयोजक प्रहलाद मोदी के तीन कार्यक्रम यूपी के अलग-अलग जिलों में हैं। इन कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए वह बुधवार को लखनऊ पहुंचे थे। इसी दौरान वह एयरपोर्ट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि लखनऊ पुलिस ने उनके स्वागत में आने वाले 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा, ‘हमारे स्वागत में आने वाले 100 कार्यकर्ताओं को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मैं जब तक धरने पर बैठा रहूंगा जब तक हमारे सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ नहीं दिया जाएगा। लखनऊ पुलिस बताए कि आखिर किसके आदेश पर उनको हिरासत में लिया गया। पीएमओ का आदेश है तो वह आदेश दिखाया जाए।’
प्रह्लाद मोदी का कहना था कि उन्हें 4 फरवरी को सुल्तानपुर, 5 फरवरी को जौनपुर और 6 फरवरी को प्रतापगढ़ जाना था, इसलिए लखनऊ एयरपोर्ट आए, यहां आकर उन्हें पता चला कि उनके कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ लिया है। उन्होंने कहा, ‘एयरपोर्ट के बाहर तब तक धरने पर बैठा रहूंगा जब तक हमारे सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया जाएगा।’ हालांकि कुछ समय बाद अधिकारियों के समझाने पर प्रह्लाद मोदी मान गए और उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया।
बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी एक बार पहले भी इस तरह से धरने पर बैठ चुके हैं। 14 मई 2019 को राजस्थान यात्रा पर पहुंचे प्रहलाद मोदी जयपुर के एक पुलिस स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों के लिए अलग वाहन की मांग की थी और एक घंटे तक थाने के बाहर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया था।