ईरान रेवोल्यूशनरी गार्ड की विदेशों में काम करने वाली यूनिट कुद्स फोर्स का जिम्मा संभालने वाले ईरान के टॉप जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के दो साल हो गए। दुनिया ने भले ही इसे भुला दिया हो लेकन इसकी टीस अभी तक ईरान के दिल में कायम है। ईरान की तरफ से अभी भी सुलेमानी की मौत का बदला लेने की बात कही जा रही है। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कासिम सुलेमानी की मौत की दूसरी बरसी पर बदला लेने का ऐलान किया है। रईसी ने कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के लिए जब तक कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर मुकदमा चलाया जाए नहीं तो ईरान इसका बदला लेगा।

मुसलमान बदला लेंगे

ईरान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत की दूसरी बरसी मनाई गई। इस दौरान एक टेलीविजन भाषण में रईसी ने कहा कि अगर ट्रम्प और (पूर्व विदेश मंत्री माइक) पोम्पिओ पर जनरल सुलेमानी की हत्या के आपराधिक कृत्य के लिए निष्पक्ष अदालत में मुकदमा नहीं चलाया गया, तो मुसलमान हमारे शहीद का बदला लेंगे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को आक्रमणकर्ता, हत्यारा और मुख्य आरोपी करार दिया और कहा कि उन पर इस्लामिक कानून के मुताबिक मुकदमा चलना चाहिए।

ईरान सभी अपराधियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध 

ईरान के अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए न्यायपालिका के डिप्टी चीउ काजेम गरीबाबादी ने कहा कि तेहरान ने सुलेमानी की हत्या के लिए जिम्मेदार अमेरिका के 125 लोगों की पहचान की है। जिसमें से अधिकांश लोग ट्रंप प्रशासन में शामिल प्रशासनिक व सैन्य अधिकारी हैं। ईरान सभी अपराधियों और साजिशकर्ताओं की पहचान करने और उन्हें सजा दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमेरिका मानता था दुश्मन

सुलेमानी को अमेरिका अपने सबसे बड़े दुश्मनों में से एक मानता था। अमेरिका ने कुद्स फोर्स को साल 2007 से आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया और इस संगठन के साथ किसी भी अमेरिकी के लेनदेन किए जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिका सुलेमानी को अपने सबसे बड़े दुश्मनों में से एक मानता था। साल 2018 को सऊदी अरब और बहरीन ने ईरान की कुद्स फोर्स को आतंकवादी और इसके प्रमुख कासिम सुलेमानी को आतंकवादी घोषित किया था। इसके बाद से ही जनरल सुलेमानी अमेरिका के निशाने पर थे। 3 जनवरी को जब बगदाद एयरपोर्ट पर उनके दो कारों के काफिले पर ड्रोन से निशाना लगाया गया, उस वक्त वो जिन लोगों के साथ सफर कर रहे थे, उनमें कताइब हिज्बुल्लाह के नेता अबु महदी अल-मुहांदिस भी थे।

348630cookie-checkसुलेमानी की दूसरी बरसी पर ईरान की खुलेआम धमकी, ट्रंप पर चले मुकदमा वर्ना, मुसलमान…
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