साल 1945 की बात है दूसरा विश्व युद्ध खत्म होने के बाद दुनिया दो विचारधारा में बंट गई थी- अमेरिका और सोवियत संघ। इनकी आपसी लड़ाई का पहला अध्याय लिखा गया जापान और चीन के निकट कोरियाई प्रांत पर। इसके दो टुकड़े हो गए। साउथ कोरिया में कुछ वर्षों के लिए सैन्य तानाशाही रही फिर लोकतंत्र आ गया। लेकिन नॉर्थ कोरिया में अच्छे दिन नहीं आए। नॉर्थ कोरिया का नेतृत्व संभाला एक 36 साल के शख्स ने जो पहले चीन और रूस के नेतृत्व में गोरिल्ला युद्ध लड़ चुका था। इस शख्स का नाम था किम संग इल। किम ने न केवल नया देश खड़ा किया बल्कि उसपर हुकुमत के लिए राजवंश भी बना लिया। ऐसा राजवंश जिसमें आगे के सभी शासक किम थे। सबसे पहले किम संग इल ने सत्ता संभाला और 1948 से 1994 तक शासन किया। जब मौत हुई तो इसके बेटे किम जोंग इल ने गद्दी संभाली। 17 दिसंबर 2011 को किम जोंग इल की मौत हो गई। इसके बाद चर्चा चली की अगला शासक कौन। फिर शवय़ात्रा वाली गाड़ी को पकड़े एक 27 साल का नौजवान चल रहा था। चेहरा शांत, सिर झुका और चाल में एकदम सादगी और नाम- किम जोंग उन। ईल के सबसे छोटे बेटे उन ने 2011 में सत्ता संभाली।
नॉर्थ कोरिया ने 17 दिसंबर को पूर्व सर्वोच्च नेता किम जोंग इल की 10वीं पुण्यतिथि मनाई। पूर्व नेता किम जोंग इल की 10वीं पुण्यतिथि पर फरमान जारी करते हुए लोगों के हंसने पर प्रतिबंध लगा दिया। तानाशाह किम ने आदेश जारी किया है जिसके तहत उत्तर कोरिया के नागरिकों के 10 दिनों के लिए हंसने पर रोक लगा दिया गया है। सीमावर्ती शहर सिनुइजू के निवासी ने रेडियो फ्री एशिया को बताया कि उत्तर कोरियाई लोगों को शराब पीने, हंसने, किराने का सामान खरीदने या अवकाश गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई कानून तोड़ता है और हंसता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश है।