मनीला। फिलीपीन में इस साल के सबसे भीषण तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 से अधिक हो गई और 52 लोग अब भी लापता हैं। देश में कई केंद्रीय शहर और प्रांत संचार एवं बिजली सेवा ठप होने से जूझ रहे हैं तथा भोजन एवं पानी के लिए गुहार लगा रहे हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। दक्षिण चीन सागर में शुक्रवार को दस्तक देने से पहले भीषण तूफान में हवाओं की सबसे तेज गति 195 किलोमीटर (121 मील) प्रति घंटा थी और 270 किलोमीटर प्रति घंटे (168 मील प्रति घंटे) की रफ्तार से झोंके चल रहे थे। राष्ट्रीय पुलिस के अनुसार, कम से कम 208 लोग मारे गए, 52 लोग लापता हैं और 239 लोग घायल हुए है। मृतक संख्या बढ़ने की आशंका थी क्योंकि कई कस्बे और गांवों में संचार ठप होने, बिजली की कटौती और बंद सड़कों के कारण संपर्क टूट गया था।
बाग-आओ ने कहा कि छतों, मलबे और कांच के टुकड़ों के उड़ने से कम से कम 14 ग्रामीणों की मौत हो गई और 100 से अधिक अन्य घायल हो गए और दीनागट के क्षतिग्रस्त अस्पतालों में अस्थायी सर्जरी कक्षों में उनका इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि अगर तूफान आने से पहले उच्च जोखिम वाले गांवों से हजारों निवासियों को नहीं निकाला गया होता तो कई और लोग मारे जाते। कई अन्य तूफान प्रभावित प्रांतों की तरह, दीनागट में बिजली और संचार की आपूर्ति ठप रही और प्रांत में कई निवासियों को भोजन और पानी की आवश्यकता है। बाग-आओ और अन्य प्रांतीय अधिकारियों ने आस-पास के क्षेत्रों की यात्रा की जहां फोन के सिग्नल आ रहे थे ताकि राष्ट्रीय सरकार से राहत-बचाव प्रयासों में मदद एवं समन्वय मांगा जा सके। मध्य द्वीप प्रांतों में तूफान से 7,00,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए, जिनमें 4,00,000 से अधिक लोगों को आपातकालीन आश्रयों में ले जाया गया था।