प्यार में तो लोगों को दीवाना होते कई बार सुना है। लेकिन पाकिस्तान एकलौता ऐसा देश है जो अपने चीन प्रेम की वजह से दिवालिया हो चुका है। ये तो कई दिनों से सामने आ रहा है कि सरकार के पास देश चलाने के लिए भी पैसे नहीं है। पाकिस्तानी कप्तान ने स्वीकारा है कि उनकी हुकूमत के पास देश चलाने तक के लिए पैसा नहीं है। इसलिए विदेशों के सामने झोली फैलानी पड़ रही है। लेकिन अब आतंक के पनाहगाह वाले देश के दिवालिया होने की बात भी सामने आने लगी है और इसकी वजह है चीन का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट। दरअसल, पाकिस्तान के संघीय राजस्व बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शब्बर जैदी ने कहा है कि उनका देश ‘दिवालिया’ हो चुका है और ‘भ्रम में रहने’ से बेहतर है कि वास्तविकता को पहचाना जाए।
बता दें कि जैदी 10 मई 2019 से छह जनवरी 2020 तक शीर्ष कर प्राधिकरण के अध्यक्ष थे। उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) परियोजना में पारदर्शिता की वकालत करते हुए कहा कि वह खुद अभी तक पूरी तरह से नहीं समझ पाए हैं कि सीपीईसी क्या है। उन्होंने हां हमदर्द विश्वविद्यालय में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार में हर कोई कह रहा है कि सब कुछ अच्छा है, जबकि उनके विचार में इस समय पाकिस्तान दिवालिया है।
पाकिस्तान की माली हालत खस्ता है और पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवन्यू के पहले टैक एंड ट्रेस सिस्टम उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि देश चलाने के लिए पर्याप्त पैसा न होना सबसे बड़ी चुनौती है जिसकी वजह से उधार लेना पड़ता है। इमरान खान ने पैसों की तंगी की वजह टैक्स कलेक्शन में कमी और बढ़ते विदेशी कर्ज को बताते हुए कहा कि ये पाकिस्तान की सुरक्षा का राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है।