बीजिंग: WHO की जांच टीम इस वक्त चीन में कोरोना वायरस के ‘जन्मस्थान’ का पता लगा रही है। WHO की टीम के हाथ कुछ ऐसे सबूत भी लगे हैं, जिससे चीन की तरफ उंगलियां उठ रही हैं। ऐसे में पोल खुलने के डर से चीन घबरा गया है और वो WHO टीम पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। एक तरफ WHO की जांच टीम के साथ 30 से ज्यादा चीनी अधिकारी हर वक्त मौजूद रहते हैं तो दूसरी तरफ चीन अमेरिका में जांच करने के लिए WHO की टीम पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन के इस नये प्रोपगेंडा को देखने के बाद यही सवाल उठ रहे हैं कि क्या WHO की जांच टीम चीनी दबाव में आ जाएगी। चीन ने सवाल पूछा है कि क्या अमेरिका WHO टीम को जांच के लिए अमेरिका जाने देगा?
जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के साथ ही चीन लगातार अमेरिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। अब अमेरिका में चीनी एंबेसडर कुई तियानकाई (Cui Tiankai) ने अमेरिका पर कोरोना वायरस के उद्मम स्थल को लेकर गंभीर सवाल उठा दिए हैं। CNN को दिए गये इंटरव्यू में अमेरिका में चीन के एंबेसडर कुई तियानकाई ने कहा है कि सिर्फ चीन में ही नहीं, पूरी दुनिया में WHO की टीम कोरोना वायरस के उत्पन्न होने और फैलने को लेकर जांच शुरू करनी चाहिए। अमेरिका पर दबाव बनाते हुए कुई तियानकाई ने कहा कि ‘कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के शुरूआती केसेज पाए गये। इसीलिए विश्व के हर हिस्से में कोरोना वायरस को लेकर WHO की टीम जांच करे। ताकि पता चल सके कि कोरोना वायरस का असल स्रोत कौन सा देश है और कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहां से फैला है’
CNN ने जब चीनी एंबेसडर से सवाल पूछा कि क्या चीनी सरकार WHO की टीम को पूरे चीन में जांच करने की इजाजत देगा? इस सवाल के जबाव में चीनी एंबेसडर ने कहा कहा कि फिलहाल पिछले कई दिनों से WHO की टीम चीन के वुहान में जांच कर रही है लेकिन सवाल ये है कि क्या अमेरिका WHO टीम को अमेरिका आकर जांच करने की इजाजत देगा? इसके साथ ही चीनी एबेंसडर ने कोरोना वायरस को राजनीतिक मामला नहीं बनाने को कहा है। CNN ने चीनी एबेंसडर से पुछा कि क्या चीन के वुहान में पैदा होकर कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला है, इस सवाल के जबाव में चीनी एंबेसडर ने कहा कि सवाल उठाने वालों को सबूत के साथ जबाव देना चाहिए। लेकिन, चीनी एंबेसडर ने ये नहीं बताया कि आखिर चीन ने कई महीनों तक WHO जांच टीम को वुहान जाकर कोरोना वायरस को लेकर जांच करने की इजाजत क्यों नहीं दी?