डूरंड रेखा के रूप में जानी जाने वाली अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने वाले पाकिस्तानी सैनिकों के साथ तालिबान लड़ाके भिड़ गए है। बता दें कि, सीमा पार से आतंकवाद और तस्करी को कम करने के लिए पाकिस्तान ने 2014 में बाड़ लगाना शुरू किया था। 19 दिसंबर को तालिबान के सदस्यों ने अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा लगाए गए कंटीले तारों को जब्त कर लिया और उन्हें और अधिक बाड़ न लगाने की चेतावनी दी है। अफगान रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान को डूरंड रेखा के साथ कांटेदार तार लगाने और जनजातियों को अलग करने का कोई अधिकार नहीं है”। वहीं तालिबान के एक अन्य शीर्ष प्रवक्ता, जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि, “डूरंड रेखा ने एक राष्ट्र को दोनों पक्षों में विभाजित कर दिया है। हम इसे बिल्कुल नहीं चाहते हैं।”

तालिबान के अफगान प्रोफेसर को मिली यह सजा

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने एक  अफगान विश्वविद्यालय के एक लोकप्रिय प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि, प्रोफेसर ने तालिबान की आलोचना की थी। प्रोफेसर फजीउल्ला जलाल सोशल मीडिया पर तालिबान की काफी आलोचना करते है। उन्होंने तालिबान को पाकिस्तान के हाथ की कठपुतली भी कह डाला था।तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि, प्रोफेसर अफगान के लोगों को सरकार के खिलाफ भड़का रहे थे। किसी को भी ऐसी मूर्खतापूर्ण टिप्पणी करने से बचना चाहिए।

355100cookie-checkअफगानिस्तान के इस प्रोफेसर ने तालिबान को बताया था पाकिस्तान की कठपुतली, नहीं थम रही दो देशों के बीच लड़ाई
Please follow and like us:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
For Query Call Now